क्या संसद धक्काकांड में गिरफ्तार हो सकते हैं राहुल गांधी? कानून की किताब देगी जवाब

Rahul Gandhi Parliament Chaos News: क्या अंबेडकर विवाद के बीच संसद में हाथापाई के लिए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को गिरफ्तार किया जा सकता है? संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संविधान पर बहस के दौरान भारत रत

4 1 1
Read Time5 Minute, 17 Second

Rahul Gandhi Parliament Chaos News: क्या अंबेडकर विवाद के बीच संसद में हाथापाई के लिए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को गिरफ्तार किया जा सकता है? संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संविधान पर बहस के दौरान भारत रत्न डॉ बीआर अंबेडकर पर कमेंट को लेकर पर विपक्ष की ओर से जारी विवाद के बीच सांसदों के साथ धक्काकांड में एफआईआर दर्ज होने के बाद यह सवाल देश भर के लोगों के मन में उठने लगा है.

दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को सौंपी गई मामले की जांच

गृह मंत्री अमित शाह की डॉ. बीआर अंबेडकर पर टिप्पणी ने संसद के बाहर एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम को जन्म दिया. इस बीच, गुरुवार को तनाव अचानक बढ़ गया जब भाजपा और कांग्रेस दोनों ने एक-दूसरे के सांसदों पर विरोध प्रदर्शन के दौरान “हमला” करने का आरोप लगाया. ताजा घटनाक्रम में भगवा पार्टी ने कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ कथित तौर पर शारीरिक हमले और हाथापाई के दौरान उकसावे के लिए एफआईआर दर्ज कराई है. दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को मामले की जांच सौंपी गई है.

राहुल गांधी के खिलाफ मामला क्या है?

दिल्ली पुलिस ने भाजपा के वडोदरा सांसद हेमंग जोशी की शिकायत के आधार पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. हेमंग जोशी भाजपा सांसदों अनुराग ठाकुर और बांसुरी स्वराज के साथ संसद मार्ग पुलिस स्टेशन गए थे. अपनी शिकायत में जोशी ने आरोप लगाया, "सुबह करीब 10 बजे, मैं मुकेश राजपूत जी, प्रताप राव सारंगी जी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से जुड़े अन्य सांसदों के साथ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहा था. राहुल गांधी सुबह करीब 10.40 बजे पहुंचे और सुरक्षा निर्देशों के बावजूद "शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों की ओर जबरन बढ़े", जिससे सांसदों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई."

राहुल गांधी के खिलाफ किन धाराओं के तहत दर्ज हुआ केस?

उन्होंने राहुल गांधी और अन्य विपक्षी सांसदों पर शारीरिक आक्रामकता भड़काने का भी आरोप लगाया, जिसके कारण उन्हें चोटें आईं. उन्होंने कहा, "मुकेश राजपूत के सिर के पिछले हिस्से में गंभीर चोट लगी है और सारंगी के माथे पर चोट लगी है." भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 115 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 117 (जानबूझकर गंभीर चोट पहुंचाना), 125 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने का कार्य), 131 (आपराधिक बल का प्रयोग), 351 (आपराधिक धमकी) और 3(5) (अपराध करने का सामान्य इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया था.

इस मामले में राहुल गांधी को गिरफ्तार किया जा सकता है या नहीं?

इस मामले में राहुल गांधी को अदालत के वारंट के बिना भी गिरफ्तार किया जा सकता है, क्योंकि धारा 117 और 125 संज्ञेय अपराध हैं. हालांकि, इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में 2014 के एक मामले का हवाला देकर बताया गया है कि उन अपराधों के लिए गिरफ्तारी अनिवार्य नहीं है, जिनमें सात साल तक की जेल की सजा हो सकती है. इसके अलावा, ये सभी अपराध जमानती हैं.

संसद के बाहर क्या-क्या हुआ?

संसद के बाहर अराजकता का नजारा गुरुवार सुबह तब शुरू हुआ जब एनडीए और इंडिया गठबंधनों के सांसदों ने अलग-अलग विरोध प्रदर्शन किया. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में विपक्षी सांसदों ने अमित शाह की विवादास्पद टिप्पणी को लेकर संसद के बाहर प्रदर्शन किया. वहीं, एनडीए के सांसद मकर द्वार (भवन का मुख्य प्रवेश द्वार) पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, जबकि इंडिया गठबंधन के सांसद अंबेडकर की तस्वीरें लेकर परिसर में अंबेडकर प्रतिमा से मार्च कर रहे थे.

केंद्रीय द्वार से संसद में घुसने की कोशिश में सांसदों से भिड़ंत

राहुल गांधी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा विपक्षी सांसदों के विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनकी टिप्पणी के लिए माफ़ी मांगने की मांग कर रहे थे, जिसके बारे में उनका दावा है कि यह बीआर अंबेडकर का अपमान है. जब भाजपा सांसद प्रवेश द्वार की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर थे, तब राहुल गांधी और अन्य विपक्षी सांसदों ने जोर देकर कहा कि सुरक्षा कर्मियों द्वारा सुझाए गए स्थान से नहीं बल्कि केंद्रीय द्वार से उन्हें संसद भवन में प्रवेश करने की अनुमति दी जाए.

जख्मी प्रताप सारंगी ने बताई आपबीती, कैसे लगी थी गहरी चोट?

अंदर न जा पाने के कारण कांग्रेस सांसद के सी वेणुगोपाल, हिबी ईडन, जोथिमनी एस, प्रणीति शिंदे और अन्य सांसद सीढ़ियों के पास दीवार पर चढ़ गए और नारे लगाने लगे. प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस सांसदों ने पुराने संसद भवन के मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया. हंगामे के बीच भाजपा सांसद प्रताप सारंगी गिर पड़े और उनके माथे पर चोट लग गई. अस्पताल ले जाते समय माथे से खून बह रहा था. भाजपा सांसद ने कहा, "मैं सीढ़ियों के पास खड़ा था, तभी राहुल गांधी आए और एक सांसद को धक्का दिया, जो फिर मेरे ऊपर गिर गया."

VIDEO | BJP MP Pratap Sarangi reportedly sustains injury during INDIA bloc's protest inside Parliament premises.#ParliamentWinterSession2024

(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/koaphQ9nqz

— Press Trust of India (@PTI_News) December 19, 2024

घायल प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत से पीएम मोदी ने की बात

संसद में हुई हाथापाई में प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए और उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया. अपनी चोटों के बारे में जानने के बाद, विजुअल्स में 69 वर्षीय सारंगी की मदद करने की कोशिश कर रहे भाजपा सांसदों के पास जाते हुए राहुल गांधी देखे गए. तभी भाजपा सांसद निशिकांत दुबे चिल्लाए, "क्या आपको शर्म नहीं आती, राहुल? आप गुंडागर्दी कर रहे हैं. आपने एक बूढ़े व्यक्ति को धक्का दिया." दुबे के जाने पर राहुल गांधी ने कहा, "उन्होंने मुझे धक्का दिया."

अस्पताल के मेडिकल सुपरिडेंट डॉ. अजय शुक्ला के मुताबिक, दोनों सांसद आईसीयू में थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घायल सांसदों को फोन करके उनका हालचाल पूछा, जबकि कई अन्य लोग अस्पताल में उनसे मिलने गए.

अपने बचाव में राहुल गांधी ने क्या-क्या कहा?

अपने बचाव में राहुल गांधी ने कहा कि वह प्रवेश द्वार के पास खड़े थे और भाजपा सांसद उनका रास्ता रोक रहे थे. घटना को स्वीकार करते हुए राहुल गांधी ने कहा, "यह आपके कैमरे में हो सकता है. मैं संसद के प्रवेश द्वार से अंदर जाने की कोशिश कर रहा था, भाजपा सांसद मुझे रोकने, धक्का देने और धमकाने की कोशिश कर रहे थे. इसलिए यह हुआ... हां, ऐसा हुआ (मल्लिकार्जुन खड़गे को धक्का दिया गया). लेकिन धक्का-मुक्की से हम प्रभावित नहीं होते. यह प्रवेश द्वार है और हमें अंदर जाने का अधिकार है. भाजपा सांसद हमें अंदर जाने से रोकने की कोशिश कर रहे थे... मुख्य मुद्दा यह है कि वे संविधान पर हमला कर रहे हैं और अंबेडकर जी की स्मृति का अपमान कर रहे हैं."

#WATCH | Lok Sabha LoP Rahul Gandhi says, "This might be on your camera. I was trying to go inside through the Parliament entrance, BJP MPs were trying to stop me, push me and threaten me. So this happened...Yes, this has happened (Mallikarjun Kharge being pushed). But we do not… https://t.co/q1RSr2BWqu pic.twitter.com/ZKDWbIY6D6

— ANI (@ANI) December 19, 2024

कांग्रेस अपनी शिकायत में क्या आरोप लगा रही है?

राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी दावा किया कि जब वह अन्य सांसदों के साथ संसद के मकर द्वार पर पहुंचे तो उन पर भी हमला किया गया. कांग्रेस पार्टी ने अपने दावे का समर्थन करने के लिए एक और वीडियो साझा किया, जिसमें कहा गया, "इस वीडियो में यह स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है. भाजपा सांसद हाथों में डंडे और तख्तियां लेकर विपक्षी सांसदों को सदन में प्रवेश करने से रोक रहे हैं. भाजपा सांसद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी, प्रियंका गांधी जी और अन्य महिला सांसदों को धक्का दे रहे हैं. यह सरासर गुंडागर्दी है. लोकतंत्र के मंदिर में भाजपा की तानाशाही. इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

पुलिस में शिकायत दर्ज कराने पहुंचा कांग्रेस सांसदों का डेलीगेशन

कांग्रेस ने आरोपों का जोरदार खंडन करते हुए भाजपा सांसदों पर खड़गे को धक्का देने और राहुल गांधी के साथ “शारीरिक दुर्व्यवहार” करने का आरोप लगाया. कांग्रेस सांसदों प्रमोद तिवारी, दिग्विजय सिंह, राजीव शुक्ला और मुकुल वासनिक के एक प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा सांसद के दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. कांग्रेस सांसद तिवारी ने कहा, “84 वर्षीय दलित नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को धक्का दिया गया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया.”

कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे और नीरज डांगी को भी चोट

कांग्रेस सांसदों ने अपनी शिकायत में कहा, “ विरोध प्रदर्शन पूरी तरह से शांतिपूर्ण था और दिवंगत डॉ. बीआर अंबेडकर की तस्वीरें और तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया गया था, भाजपा के कुछ सांसद केवल हंगामा करने के इरादे से विरोध मार्च के रास्ते में खड़े थे. शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को बाधित करने के उनके बार-बार प्रयासों के बावजूद, विपक्षी सांसद नहीं माने... विरोध मार्च को रोकने के लिए, भाजपा सांसदों ने खड़गे जी को धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया. इससे खड़गे, नीरज डांगी और दूसरे सांसदों को शारीरिक चोटें आईं हैं."

कांग्रेस की ओर से भाजपा सांसदों के खिलाफ पुलिस में शिकायत

भाजपा सांसदों के खिलाफ चोट पहुंचाने, हमला करने और आपराधिक बल का इस्तेमाल करने की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है. कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भी पत्र लिखकर मामले की जांच करने का आग्रह किया है. खड़गे ने पत्र में कहा, "मुझे भाजपा सांसदों ने शारीरिक रूप से धक्का दिया." उन्होंने कहा कि इस विवाद के कारण उनका संतुलन बिगड़ गया और वे जमीन पर गिर गए. उन्होंने कहा कि गिरने से पहले से मौजूद घुटने की चोट और बढ़ गई, जिसके लिए सर्जरी की जरूरत थी.

ये भी पढ़ें - Explainer: लेजर हथियार कैसा होता है? दुश्मन के एयरक्राफ्ट और ड्रोन को चुटकियों में कर देगा 'फ्राई'

खड़गे ने लोकसभा अध्यक्ष से की मामले की जांच करवाने की मांग

उन्होंने कहा, "बहुत मुश्किल से और अपने सहयोगियों के सहयोग से, मैं सुबह 11 बजे लंगड़ाते हुए सदन में पहुंचा." उन्होंने अध्यक्ष से मामले की जांच का आदेश देने का आग्रह किया. उन्होंने इस घटना को "न केवल मुझ पर बल्कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष पर भी हमला" बताया. कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर को "ध्यान भटकाने की रणनीति" बताया और अमित शाह और उनके सहयोगियों पर असहमति को दबाने का प्रयास करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "बाबासाहेब अंबेडकर की विरासत की रक्षा करना सम्मान का प्रतीक है, अपराध नहीं."

ये भी पढ़ें - Explainer: तीन राज्य, एक हायड्रो पावर प्रोजेक्ट, क्यों हरियाणा-हिमाचल और पंजाब में चल रही जंग?

संसद के बाहर आखिर क्यों मचा इतना बड़ा बवाल?

मंगलवार को राज्यसभा में डॉ. बीआर अंबेडकर पर अमित शाह की टिप्पणी को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच टकराव शुरू हो गया. इंडिया टुडे के अनुसार, अमित शाह ने कहा, "अभी एक फैशन हो गया है - अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर. इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता.'' हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, शाह की यह टिप्पणी "भारत के संविधान के 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा" पर दो दिवसीय बहस के समापन पर उनके भाषण के दौरान आई.

उनकी टिप्पणी पर कांग्रेस नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया हुई और बुधवार और गुरुवार को संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन हुए. विरोध प्रदर्शनों का जवाब देते हुए एनडीए सांसदों ने भी प्रदर्शन किया क्योंकि संसद में गतिरोध के कारण कामकाज ठप रहा.

तमाम खबरों पर नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें Hindi News Today और पाएं Breaking News in Hindi हर पल की जानकारी. देश-दुनिया की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और रहें अपडेटेड!

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

Himachal Winter Session: पहली बार शून्य काल की परंपरा शुरू, अनुराधा राणा ने रखा पहला मामला; जयराम ठाकुर ने की तारीफ

स्वर्णिम भारत न्यूज़ संवाददाता, धर्मशाला। हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सदन के बाहर विपक्ष के प्रदर्शन के बाद प्रश्नकाल शुरू हुआ। इसके साथ ही हिमाचल विधानसभा में पहली बार शून्य काल की परंपरा की शुरुआत हुई है। इस दौरान अनुराधा राणा ने

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now